शनिवार, 31 दिसंबर 2011

ब्लॉग जगत से जुड़े सभी पाठकों को "नश्तरे एहसास" की तरफ से नव-वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं एवं सभी बड़ों को हमारा "नमस्कार "
नया  रिश्ता 

कुछ ज़िन्दगी सीखाती है कुछ पल,
कुछ लम्हे दे जाते है,
कुछ  यूँ ही जाते हैं फिसल,
कुछ पाकर भी रहते  है विफल ,
कुछ ज़र्रा हो कर भी होते  हैं सफल,
साल दर साल कई बनेगे रिश्ते,
पर टूटे हर रिश्ता भी रहेगा कहीं न कहीं
किसी किसी का हमेशा अटल.....

7 टिप्‍पणियां:

  1. प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट " जाके परदेशवा में भुलाई गईल राजा जी" पर आपके प्रतिक्रियाओं की आतुरता से प्रतीक्षा रहेगी । नव-वर्ष की मंगलमय एवं अशेष शुभकामनाओं के साथ ।

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  2. आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को नये साल की ढेर सारी शुभकामनायें !
    बहुत ख़ूबसूरत रचना !

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